Skip to main content

Posts

Showing posts from May, 2018

वेद और कृष्ण,अर्जुन आदि व्यक्ति

🔥 *वेद में ऐतिहासिक व्यक्ति।* 🔥 *वेदेषु ऐतिहासिकाः जनाः।*     :- प्रथमेश आर्य्यपुत्र।  २९ मई २०१८।  नमस्ते मित्रों वेद में कुछ लोग शंका करते हैं कि इसमें ऐतिहासिक व्यक्तियों के नाम है। तो पहले तो यह बता दूँ कि वेद के सभी शब्द यौगिक व योगरूढ़ हैं, न कि रूढ़। अब उन संदिग्ध मन्त्रों को देखते हैं। १. कृष्णायाः पुत्रो अर्जुनः।- अथर्ववेद १३.३.२६। अर्थात् कृष्णा (द्रोपदी का पुत्र अर्जुन ) जबकि महाभारत में अर्जुन को द्रोपदी का पति बताया गया है। यदि सच में यहाँ अर्जुन का वर्णन होता तो यहाँ पति पत्नी का संबन्ध बताया जाता।  और शतपथ ब्राह्मण में भी कहा है कि *रात्रिर्वै कृष्णा असावादित्यस्तस्या वत्सः अर्जुनः।* अर्थात् कृष्णा रात्रि का नाम है। और रात्रि से उत्पन्न होने वाले सूर्य या दिन का नाम अर्जुन है। २. *अहश्च कृष्णहरर्जुनं च। ऋग्वेद ६.९.१*  यहाँ कृष्ण और अर्जुन दोनो एक ही व्यक्ति के नाम हैं परन्तु महाभारत में कृष्ण और अर्जुन दोनों भिन्न व्यक्ति हैं। अतः यहाँ भी इतिहास नहीं। वस्तुतः यहाँ कृष्ण और अर्जुन दोनों दिन के नाम हैं। ३. *.....अम्बेsम्बिकेsम्बालिके....* यजुर्वेद २३.१८।  

वेद और नदी

*वेद में वर्णित तथाकथित ऐतिहासिक नदियाँ* *वेदेषु तथाकथिताः ऐतिहासिकाः नद्यः* :- प्रथमेश आर्य्यपुत्र। २९ मई २०१८। नमस्ते मित्रों ! ऋग्वेद १०.७५.५  व यजुर्वेद ३४ के कुछ मन्त्रों में कुछ नदियों का वर्णन आता है। वर्णित नामधारी सभी नदियाँ भारत की हैं तो फिर वेद भारत के ही हुये न कि विदेशी।  और ऋग्वेद के नदीसम्बन्धी मन्त्रों की व्याख्या *निरुक्त ९.२५* में भी है। १. *गङ्गा गमनात्।- निरुक्त ९.२५* समुद्र तक गमन करने वाली नदी। २. *यमुना प्रयुवती गच्छतीति वा।- निरुक्त ९.२५* अन्य नदी में मिलने वाली नदी। ३. *सरस्वती सर इत्युदकनाम। निरुक्त ९.२५* प्रचुर जल वाली नदी। ४. *शुतुद्री शुद्रावणी। निरुक्त ९.२५* बिखर बिखर कर बहने वाली नदी। ५. *वितस्ता अविदग्धा विवृद्धा महाकूला।निरुक्त ९.२५* अत्यन्त ग्रीष्मकाल में भी दग्ध न होने वाली नदी। ६. *सिन्धु स्यन्दनात्। निरुक्त ९.२५* वस्तुतः सत्य यह है कि ये नदियों के लाक्षणिक नाम हैं। जो नदी अत्यधिक जलयुक्त होगी वह सरस्वती कहलायेगी चाहें वो पृथ्वी के किसी भी भाग में हो। अतः गंगा आदि शब्दों से भारत में वर्तमान में गंगोत्री से निकलने वाली गंगा नदी सम