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अष्टाध्यायी 1.2.29

🔥 *उच्चैरुदात्त।1.2.29*
🔥 प वि:- उच्चैः।  उदात्तः 1.1।  🔥 अनुवृत्ति: - अच्।
🔥 अर्थ: - कण्ठादीनां स्थानानामुच्चैर्भागे निष्पन्नो अच् उदात्त- संज्ञको भवति।

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