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अष्टाध्यायी 3.1.1

🔥 *प्रत्ययः।* 3.1.1। 
    प वि:- प्रत्ययः 1.1।    
अर्थ: -  प्रत्ययः इति अधिकारो अयम् आ पञ्चमाध्यायपरिसमाप्तेः।
आर्यभाषा:- प्रत्यय यह अधिकार है। इसके आगे जो कहेंगे उनकी प्रत्यय संज्ञा जाननी चाहिये , प्रकृति, आगम,उपाधि, विकार को छोड़कर।
उदाहरण:- तव्यत्, तव्य, अनीयर्, सन् इत्यादि।

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