🔥पिशाच कौन?
- प्रथमेश आर्य।
नमस्ते मित्रों!
पिश् -अवयवे (तुदादि) धातु से 'क' प्रत्यय होने से 'पिशम्' पद बना। पिश् उपपद से आङ् -पूर्वक 'चमु- अदने' धातु से ड प्रत्ययपूर्वक पैशाच शब्द बनता है। अथवा पिशित् पूर्वपद से अश् धातु से अण् प्रत्यय , इत् का लोप, शकार को चकार होतर पैशाच बनता है। 'ये पिशितम्- =अवयवीभूतं, पेशितं वा मांस रुधिरादिकम् आचमन्ति भक्षयन्ति ते 'पैशाचा' । अर्थात् प्राणियों का कच्चा मांस , रक्त तक खा जाने वाले , हिंसक , दुराचारी, अनाचारी , मलिन संस्कारों वाले , अत्यंत तमोगुणी अत्यंत निम्नगुण वाले व घृणित स्वभाव वाले व्यक्ति 'पिशाच' कहलाते हैं।
🔥 *अष्टाध्याय्याः सूत्राणां विभागाः* अष्टाध्यायी में सभी सूत्र सात प्रकार के हैं:- संज्ञापरिभाषाविधिनिषेधनियमातिदेशाधिकाराख्यानि सप्तविधानि सूत्राणि भवन्ति। 1. *स...
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