Skip to main content

कृष्ण

।।श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें।।

मित्रों! आज भगवान कृष्ण का जन्मदिवस हम मना रहे हैं। आपके कृष्ण जी पर अनेक लेख,वीडियो,मैसेज आदि आ सकते हैं । जैसे कि- कृष्ण जी रासरचैया थे,माखनचोर थे, कुब्जा को उन्होंने पवित्र किया, राधा नामक स्त्री से उनके संबंध थे,आदि-आदि ।

ये सब मैसेज पोप पुराणों के आधार पर फैलाये जा रहे हैं। कृष्ण जी की १६१०८ पत्नियां बताते हैं। और जिस विष्णुपुराण में ये लिखा है, उसमें खुद आंकड़ा लेखक तय नहीं कर पा रहा। भागवत में तो कृष्ण से उनकी फूफेरी बहनों तक से शादी करवा दी। विष्णुपुराण ने तो आपसी संबंधों को छिछालेदर कर दिया। ब्रह्मवैवर्त ने तो कृष्ण को "प्लेबॉय" बनाकर रख दिया। गीताप्रेस आदि प्रकाशन आज भी भागवत में से वेदविरुद्ध, इतिहास विरुद्ध मूर्खतापूर्ण बातें छाप रहे हैं।
हम ये नहीं कह रहे हैं कि पुराण पूरी तरह गलत है। इनमें भारी प्रक्षेप हुये हैं। विष्णुपुराण में २४००० की जगह ६००० ही श्लोक हैं। भागवत में १८००० होने थे, आज १४००० के लगभग रह गये। भविष्यपुराण कहता है कि पहले पुराण १२००० श्लोकों के थे, बाद में उनमें भारी परिवर्धन हो गया। आज ४ लाख श्लोकों के पुराण हमारे पास में है! फिर भी, विष्णुपुराण, नरसिंहपुराण, हरिवंशपुराण आदि में बहुत सा इतिहास लिख रखा है। उनमें ऐसी सामग्री भी है कि आप लोग महाभारत और रामायण में हुये प्रक्षेपित भागों का विकास पता कर सकें। मगर इनमें आंख मूंदकर विश्वास कभी न करें।

मैं एक लेख श्रृंखला कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में निकाल रहा हूं। उसी पर वीडियो भी बनेंगे। और आज लाइव भी आ सकता हूं, क्योंकि आज सबकी छुट्टी है।

अतः मैं आपको कृष्ण जी पर कुछ शोधग्रंथों के लिंक दे रहा हूं। इनको डाउनलोड करके लाभ लें। ये सब हमारे भाई "श्री राजेश आर्य, गुजरात वाले" ने संग्रहित किये हैं-
● *श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर योगीराज श्री कृष्ण के जीवन चरित विषयक पुस्तकों का संग्रह*
____________________________

◆ *श्री कृष्ण चरित* (डॉ. भवानीलाल भारतीय)

https://drive.google.com/file/d/1f_ig8c_nu7qug1yJubrgIwH6C8YWbbR1/view?usp=drivesdk
____________________________

◆ *श्री कृष्ण का जीवन* (पं. लेखराम जी)

https://drive.google.com/file/d/1yAk2L56c7ejNBtdHay3VH9uINU_cYWeZ/view?usp=drivesdk
____________________________

◆ *श्री कृष्ण चरित* (बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय)

https://drive.google.com/file/d/1FF65wTHDFWGD0FM98evfCMxfXTQxN0M0/view?usp=drivesdk
____________________________

◆ *श्री कृष्ण* (गंगाप्रसाद उपाध्याय)

https://drive.google.com/file/d/1p6_S0Vb8UkHR3fQitfwb9BXAQldb-Xk1/view?usp=drivesdk
____________________________

◆ *योगेश्वर श्री कृष्ण* ("दयानन्द संदेश" विशेषांक)

https://drive.google.com/file/d/1ig1zF5a0bbKe_oHaBeDWN_Kt55lLd_Qo/view?usp=drivesdk
____________________________

◆ *योगेश्वर श्री कृष्ण* (पं. चमूपति जी)

https://drive.google.com/file/d/1RmNIJ2VqsOphsmtt2zpMw9XSpXqPjT5A/view?usp=drivesdk
____________________________

◆ *योगीराज श्री कृष्ण* (लाला लाजपत राय)

https://drive.google.com/file/d/16nA3CU5MxAQ3buvT3E2BFvIltr8zSqV7/view?usp=drivesdk
____________________________

◆ *मूल गीता में श्रीकृष्णार्जुन संवाद* (स्वामी विद्यानन्द सरस्वती)

https://drive.google.com/file/d/1NFC6P6O0dfRy7AZbY8vnTPWuY_CKU4la/view?usp=drivesdk
____________________________

◆ *पुराणों के कृष्ण* (डॉ. श्रीराम आर्य)

https://drive.google.com/file/d/1Iujk2AxD8f6GWTVGpWFiJugYpTkewszW/view?usp=drivesdk
____________________________

◆ *भागवत की असलियत* (स्वामी शिवानन्द सरस्वती)

https://drive.google.com/file/d/1wzlirpwZxwEPkq6IbzLU2TWp8-0jgST9/view?usp=drivesdk
____________________________

◆ *ब्रह्मवैवर्तपुराण की आलोचना* (डॉ. भवानीलाल भारतीय)

https://drive.google.com/file/d/1_tk0-80Ro5rXEFA66OC9p5VdyDmVAwmD/view?usp=drivesdk

                   *II ओ३म् II*

Comments

Popular posts from this blog

एध धातु आत्मनेपदी

🔥 एधँ वृद्धौ , भ्वादि गण, उदात्त, अनुदात्त(आत्मनेपदी) 1. *लट् लकार* एधते, एधेते , एधन्ते।  एधसे, एधेथे , एधध्वे। एधे, एधावहे , एधामहे। 2. *लिट् लकार* एधाञ्चक्रे , एधाञ्चक्राते , एधाञ्चक...

तिङ् प्रत्यय

🔥  *तिङ् प्रत्ययाः*      *परस्मैपद:-*   1. तिप् ,   तस् ,   झि।    2. सिप् ,   थस् ,   थ।   3.  मिप् ,   वस् , मस्।         *आत्मनेपद:-* 1.   त ,      आताम् ,        झ।  2.   थास् ,   आथाम् ,    ध्वम्। 3.   इट् , ...

अष्टाध्यायी सूत्र प्रकार

🔥 *अष्टाध्याय्याः सूत्राणां विभागाः* अष्टाध्यायी में सभी सूत्र सात प्रकार के हैं:- संज्ञापरिभाषाविधिनिषेधनियमातिदेशाधिकाराख्यानि सप्तविधानि सूत्राणि भवन्ति। 1. *स...